जीवन का सत्य

जीवन सत्यार्थ

  • दैनिक सुविचार
  • जीवन सत्यार्थ
  • Youtube
  • संपर्क करें

March 26, 2017 By प्रस्तुत करता - पवन कुमार Leave a Comment

अधिक लालच देना झांसा है, अधिक प्रशंसा करना चापलूसी है, अधिक आलोचना करना ईर्ष्या है, अधिक सफाई देना झूठ छुपाना है अधिक से बचना श्रेष्ठ ही होता है क्योंकि अधिक भोजन भी पेट ख़राब कर देता है।

Leave a Reply Cancel reply

Recent Posts

  • अहंकार के नशे पर सुविचार
  • खोखले जीवन पर सुविचार
  • धोखेबाजी पर सुविचार
  • लालच पर सुविचार
  • परवरिश पर सुविचार

जीवन सत्यार्थ

इंसान के जीवन में जन्म से मृत्यु तक के सफर में तृष्णा, कामना तथा बाधाएं उत्पन्न होकर मानसिकता में असंतोष तथा भटकाव की स्थिति उत्पन्न कर देते हैं जिससे जीवन कष्टदायक व असंतुलित निर्वाह होता है। जीवन सत्यार्थ ऐसा प्रयास है जिसके द्वारा सत्य की परख करके कष्टकारी मानसिकता से मुक्ति पाकर जीवन संतुलित बनाया जा सकता है। पढने के साथ समझना भी आवश्यक है क्योंकि पढने में कुछ समय लगता है मगर समझने में सम्पूर्ण जीवन भी कम हो सकता है और समझने से सफलता प्राप्त होती है।

प्रस्तुत कर्ता - पवन कुमार

Copyright © 2019 jeevankasatya.com