सम्पूर्ण मानसिक तंत्र द्वारा प्राप्त करी हुई सभी जानकारियों का संग्रह करना तथा आवश्यकता के समय मानसिक तंत्र में जानकारियों का आदान प्रदान करना इन्सान की याद्दाश्त कहलाती है अर्थात इन्सान की स्मरण शक्ति । स्मरण शक्ति इन्सान के जीवन की सबसे अधिक महत्वपूर्ण मानसिक शक्ति होती है । जिस प्रकार सौर मंडल में सूर्य के नदारद होने पर सौर मंडल की कल्पना भी नहीं करी जा सकती उसी प्रकार इन्सान की स्मरण शक्ति समाप्त होने पर उसके जीवन की कल्पना करना भी कठिन कार्य है । किसी घड़े का खराब पानी स्वास्थ खराब कर देता है परन्तु घडा खाली होने पर तो प्यास ही नहीं बुझाई जा सकती है उसी प्रकार खराब स्मरण शक्ति जीवन को प्रभावित करती है परन्तु स्मरण शक्ति रहित जीवन तो इन्सान को पागल करार देता है ।
किसी के विषय में जानकारी प्राप्त करने के लिए उसके कार्य करने की शक्ति व कार्यों तथा कार्यशैली को समझना अति आवश्यक होता है । इसी प्रकार स्मरण शक्ति के कार्य एंव कार्यशैली व क्षमता की परख करने के उपरांत ही उसमे वृद्धि व संसोधन किया जा सकता है । मानसिक तंत्र में सबसे अधिक जानकारियां एकत्रित करना बुद्धि का कार्य है तथा बुद्धि के द्वारा एकत्रित करी हुई समस्त जानकारियों का संग्रह करना स्मरण शक्ति का कार्य है । मन के द्वारा करी गई कामनाएँ एवं विवेक के मंथन से प्राप्त ज्ञान भी स्मरण शक्ति ही संभाल कर रखती है तथा कल्पना शक्ति द्वारा करी गई कल्पनाएँ व भावना शक्ति एंव इच्छा शक्ति की भावनाएं व इच्छाएँ सभी को एकत्रित करना तथा समय अनुसार एंव आवश्यकता अनुसार सभी जानकारियों को मानसिक तंत्र की अन्य शक्तियों से आदान प्रदान करना स्मरण शक्ति शक्ति का कार्य है जो वह बगैर किसी विघ्न के सुचारू रूप से निरंतर कार्य करती रहती है । जानकारियों का संग्रह व आदान प्रदान करना स्मरण शक्ति के यही कार्य हैं ।
स्मरण शक्ति कमजोर होने पर इन्सान किसी भी कार्य अथवा जानकारी को भूल जाता है तथा बार बार भूलने पर उसे भुलक्कड समझा जाता है । किसी भुलक्कड इन्सान को उसकी भूलने की आदत के कारण कोई भी इन्सान उसे महत्वपूर्ण कार्य सुपुर्द नहीं कर सकता इसलिए कमजोर स्मरण शक्ति इन्सान के जीवन की तरक्की में बाधक का कार्य करती है । स्मरण शक्ति ऐसी शक्ति है जिससे जितना अधिक कार्य लिया जाए यह उतनी तीव्रता से कार्य करती है तथा अधिक कार्य इसमें विशालता उत्पन्न करते हैं । अल्प अथवा ना उपयोग करने पर स्मरण शक्ति में शिथलता आती है एंव वह संकुचित भी हो जाती है जिससे आवश्यकता होने पर देर तक स्मरण करने पर जानकारियां स्मरण होती हैं यह स्मरण शक्ति की क्षमता होती है ।
बुद्धि जो संसार की सभी जानकारियां जुटाने का एकमात्र श्रोत है वह दो इन्द्रियों पर आश्रित होती है एक दृष्टिपात द्वारा दूसरा श्रवण शक्ति द्वारा अर्थात इन्सान को सभी जानकारियां या शिक्षा नेत्रों द्वारा देखकर व पढ़कर या कानों द्वारा सुनकर प्राप्त होती हैं । बुद्धि के साथ एक इंद्री के कार्य करने पर ही प्राप्त शिक्षा या जानकारी को स्मरण शक्ति संग्रह कर सकती है यदि दूसरी इंद्री का दखल हो तो स्मरण शक्ति कार्य करना बंद कर देती है । यदि पढ़ते समय कानों द्वारा किसी ध्वनी या वार्ता पर ध्यान दिया जाए अथवा सुनते समय दृष्टि द्वारा किसी दृश्य पर ध्यान लगाया जाए तो स्मरण शक्ति अपना कार्य बंद कर देती है । स्मरण शक्ति के कार्य में किसी प्रकार की सुगंध या दुर्गन्ध पर नाक का कार्य भी अवरोध उत्पन्न करता है इसलिए महत्वपूर्ण जानकारी या शिक्षा व समर्थ स्मरण शक्ति के लिए इन्द्रियों के भटकाव को रोककर एकाग्रचित्त होना अत्यंत आवश्यक है ।
विवेक द्वारा किसी विषय पर मंथन करके ज्ञान प्राप्त करने के प्रयास को उस समय विराम लग जाता है जब मस्तिक का दूसरा तंत्र सक्रिय हो जाता है चाहे वह मन हो अथवा कल्पना शक्ति, भावना या इच्छा शक्ति क्योंकि दूसरे किसी तंत्र के सक्रिय होते ही स्मरण शक्ति संकुचित होकर कार्य बंद कर देती है । इसी प्रकार किसी दूसरे तंत्र के कार्य करते समय भी स्मरण शक्ति का यही परिणाम होता है क्योंकि स्मरण शक्ति एक समय पर एक ही कार्य करने की क्षमता रखती है तथा दो तंत्र या दो इन्द्रीओं के एक साथ सक्रिय होने पर स्मरण शक्ति को ज्ञात नहीं होता कि वह किसके साथ कार्य करे । सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि स्मरण शक्ति का कोई कार्य करते समय किसी एक तंत्र या एक इंद्री द्वारा ही कार्य किया जाए जिससे स्मरण शक्ति सुदृढ़ता से कार्य करके सफलता दिला सके ।
संसार के सभी सफल तथा महान इंसानों ने अपनी स्मरण शक्ति के बल पर ही जीवन में सफलता व सम्मान प्राप्त किया । स्मरण शक्ति को समर्ध व सुदृढ़ बनाकर ही सभी इच्छाएँ व सफलताएँ प्राप्त करी जा सकती हैं तथा स्मरण शक्ति को बलशाली बनाने के लिए एकाग्रता सबसे बड़ा मूल मंत्र है तथा उलझी हुई पहेलियाँ सुलझाने से स्मरण शक्ति को विशेष बल प्राप्त होता है क्योंकि स्मरण शक्ति पहेली सुलझाते समय स्मरण शक्ति सबसे तीव्र कार्य करती है जो स्मरण शक्ति लिए पोषण की तरह है ।